बता दें कि पूर्व मेदिनीपुर जिले के एगरा में होने वाली अमित शाह की रैली में टीएमसी से बीजेपी में शामिल हुए सुवेंदु अधिकारी के पिता व टीएमसी सांसद शिशिर अधिकारी और उनके भाई दिब्येंदु अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. तृणमूल कांग्रेस ने जिस तरह से अपने घोषणापत्र में लोकलुभावन वादे किए हैं, उसके बाद हर किसी की नजर बीजेपी के घोषणापत्र पर टिकी हुई है. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक ममता बनर्जी को सत्ता से हटाने के लिए बीजेपी ने कई रणनीति तैयार की है. इसके साथ ही मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए भी बीजेपी अपने चुनावी घोषणापत्र में कई बड़े वादे करे सकती है.
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि बीजेपी के चुनावी घोषणापत्र में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को लेकर बड़ी घोषणा की जा सकती है. चर्चा तो यहां तक है कि पार्टी राज्य की कुछ जातियों को ओबीसी में शामिल करने का भी ऐलान कर सकती है. इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में रोजगार को बड़ा मुद्दा बनाते हुए कई वादे किए जा सकते हैं. इसके साथ ही भ्रष्टाचार मुक्त सरकार का वादा भी किया जा सकता है.
बता दें कि बीजेपी ने घोषणापत्र जारी करने से पहले राज्य में बड़ा अभियान चलाया था और लोगों से राय मांगी थी कि वह राज्य में किस तरह का बदलाव चाहते हैं. बीजेपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने खुद इस अभियान की शुरुआत की थी. बीजेपी ने राज्य के लोगों की मांग को देखते हुए ही अपना चुनावी घोषणापत्र तैयार किया है. बता दें कि बंगाल में आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होने है. पहले चरण के चुनाव के लिए 27 मार्च को मतदान होगा. इस बार के चुनाव में बीजेपी और टीएमसी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है.