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जोधपुर पुलिस के सहायक आयुक्त नीरज शर्मा के अनुसार अंकित गुप्ता का शव मंगलवार दोपहर तीन बजे कल्याणा झील से बरामद हुआ। इसके बाद शव को सैन्य अस्पताल ले जाया गया। अभी यह तय नहीं है कि उनका अंतिम संस्कार जोधपुर में होगा या उनके पैतृक स्थान पर किया जाएगा। अंकित गुप्ता भारतीय सेना की 10 पैरा (स्पेशल फोर्स) में कैप्टन थे। वह अपने साथियों के साथ अभ्यास के लिए बृहस्पतिवार को हेलीकॉप्टर से झील में कूदे थे। उनके साथी पानी से निकल आए थे लेकिन वह लापता हो गये थे। इसके बाद उन्हें ढूंढने के लिए तलाशी अभियान चलाया गया था।
छह दिन तक सबसे लंबा तलाशी अभियान चलाया गया। इसमें स्पेशल कैमरा टीम, नेवी की मार्कोस यूनिट, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस टीम, स्थानीय गोताखोरों के साथ ही सेना तथा पुलिस के गोताखोरों तथा विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया था।
राजीव नगर थाने में तैनात एसआई मनोज कुमार के अनुसार इस तलाशी अभियान में करीब 250 गोताखोरों तथा 15 बोटों ने हिस्सा लिया था लेकिन झील में काई, पथरीली तलहटी तथा वनस्पति के कारण काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। सोमवार को भी स्पेशल कैमरा टीम के साथ 20 विशेषज्ञों की टीम को झील में तलाश के लिए उतारा गया था। पानी में हलचल मचाने के लिए कंप्रेसरों की मदद भी ली गई थी ताकि शायद उससे बॉडी पानी से ऊपर आ जाए।
एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अंकित गुप्ता के मिलने की संभावना बेहद कम थी लेकिन इसके बाद भी रोजाना नए जोश के साथ तलाशी अभियान शुरू किया जाता था।
कैप्टन अंकित गुप्ता की दो माह पहले ही शादी हुई थी। शादी की छुट्टियों के बाद वह अभ्यास में शामिल होने के लिए जोधपुर पहुंचे थे।