कोविड वॉरियर्स को ठग रहे साइबर क्रिमिनल्स
Cyber Fraud: कोरोना काल साइबर ठगी का मामला लगातार तेजी से बढ़ रहा है. अब इन साइबर क्रिमिनल्स के निशाने पर डॉक्टर्स और हेल्थेकयर वर्कर्स भी हैं. लोगों को चूना लगाने के लिए यह कई तरह के हथकंडे अपना रहे हैं.
- News18Hindi
- Last Updated:
August 23, 2020, 10:16 PM IST
बैंकिंग ट्रोजन को लेकर अलर्ट
एक अन्य डॉक्टर को भी 1 लाख रुपये का चपत लग चुकी है. इस डॉक्टर ने अपनी शिकायत में बताया है कि कैबि एग्रीगेटर के ग्राहक प्रतिनिधि बनकर उनको चुना लगाया गया. हाल ही में सीबीआई ने इंटरपोल को साइबरस नाम के एक बैंकिंग ट्रोजन को लेकर अलर्ट किया है. यह ट्रोजन किसी भी वैध सोर्सस से लिंक प्राप्त करता है और यूजर्स को एक अपने स्मार्टफोन में एक सॉफ्टवेयर इन्स्टॉल करने को कहता है.
ऐसे दे रहे ठगी को अंजाम कोविड वॉरियर्स को चूना लगाने के लिए साइबर क्रिमिनल्स जिन तरीकों को अपना रहे हैं, उनमें फेक डॉक्युमेंट्स और ई-बुक्स भेजना है. इन डॉक्युमेंट्स में सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन का नाम लिखा होता है. साथ ही वो कोविड-19 संबंधित फेक वेबसाइट्स, मैप, रियल टाइम कोविड—19 ट्रैकिंग ऐप्स आदि का भी सहारा ले रहे हैं. कुछ तो मास्क्स, सेनिटाइजर और कोरोना की दवाई बेचने के नाम पर कैंपेन भी चला रहे हैं.
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फेक कॉल सेंटर्स का भंडाफोड़
कोलकाता पुलिस के साइबर सेल ने कुछ फेक कॉल सेंटर्स का भंडाफोड़ भी किया. एक सप्ताह से कम समय भी 4 फेक कॉल सेंटर्स पर कार्रवाई की गई है. इन सेंटर्स से हार्ड डिस्क्स, सेल फोन्स, एटीएम कार्ड्स, चेक बुक्स आदि भी जुटाया गया है. साथ ही इन पर भारतीय दंड संहिता यानी आईपीसी और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलिजी के विभिन्न सेक्शन के तहत केस भी दर्ज किया गया है.