कांग्रेस ने मार्क जुकरबर्ग को खत लिखा है. (फाइल फोटो)
कांग्रेस ने आग्रह किया है कि इस पूरे मामले की फेसबुक मुख्यालय (Headquarter) की तरफ से उच्च स्तरीय जांच (High Level Investigation) कराई जाए. पूरा विवाद अमेरिकी अखबार ‘वाल स्ट्रीट जर्नल’ (Wall Street Journal) की ओर से शुक्रवार को प्रकाशित रिपोर्ट के बाद आरंभ हुआ है.
- News18Hindi
- Last Updated:
August 18, 2020, 11:21 PM IST
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के बाद शुरू हुआ विवाद
पूरा विवाद अमेरिकी अखबार ‘वाल स्ट्रीट जर्नल’ की ओर से शुक्रवार को प्रकाशित रिपोर्ट के बाद आरंभ हुआ. इस रिपोर्ट में फेसबुक के अनाम सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि फेसबुक के वरिष्ठ भारतीय नीति अधिकारी ने कथित तौर पर सांप्रदायिक आरोपों वाली पोस्ट डालने के मामले में तेलंगाना के एक भाजपा विधायक पर स्थायी पाबंदी को रोकने संबंधी आंतरिक पत्र में दखलंदाजी की थी. अब कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जुकरबर्ग को ईमेल के माध्यम से पत्र भेजा गया है.
फेसबुक ने दी सफाईउधर, फेसबुक ने इस तरह के आरोपों के बीच सोमवार को सफाई देते हुए कहा कि उसके मंच पर ऐसे भाषणों और सामग्री पर अंकुश लगाया जाता है, जिनसे हिंसा फैलने की आशंका रहती है. इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि उसकी ये नीतियां वैश्विक स्तर पर लागू की जाती हैं और इसमें यह नहीं देखा जाता कि यह किस राजनीतिक दल से संबंधित मामला है.
कांग्रेस ने की जांच की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग
फेसबुक ने इसके साथ ही यह स्वीकार किया है कि वह नफरत फैलाने वाली सभी सामग्रियों पर अंकुश लगाता है, लेकिन इस दिशा में और बहुत कुछ करने की जरूरत है. वेणुगोपाल ने फेसबुक के संस्थापक को लिखे पत्र में इस मामले का हवाला दिया और कहा कि इससे कांग्रेस को बहुत निराशा हुई है. उन्होंने जुकरबर्ग को सुझाव दिया, ‘फेसबुक मुख्यालय की तरफ से उच्च स्तरीय जांच आरंभ की जाए और एक या दो महीने के भीतर इसे पूरी कर जांच रिपोर्ट कंपनी के बोर्ड को सौंपी जाए. इस रिपोर्ट को सार्वजनिक भी किया जाए.’
बीजेपी ने दिया जवाब
वेणुगोपाल ने यह आग्रह भी किया कि जांच पूरी होने और रिपोर्ट सौंपे जाने तक फेसबुक की भारतीय शाखा के संचालन की जिम्मेदारी नई टीम को सौपी जाए ताकि जांच की प्रक्रिया प्रभावित नहीं हो. इस पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने कहा है कि कुछ लोग समझते हैं, कि इस सार्वजनिक मंच पर उनका एकाधिकार होना चाहिए, भले ही उनका राजनितिक वजूद खत्म हो गया हो.
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रवि शंकर प्रसाद ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर कोई मंच जनता का मंच है तो हर विचार के लोगों को वहां अपनी बात रखने का हक है. गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाए थे कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए फेसबुक और व्हाट्सएप के माध्यम से ‘फर्जी सूचना’ फैलाते हैं. प्रसाद ने कहा कि जो ‘वॉल स्ट्रीट जनरल’ में खबर छपी है वह विषय फेसबुक का है.