पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, लद्दाख को ‘कार्बन न्यूट्रल’ बनाने की दिशा में तेजी से प्रयास हो रहे हैं
पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा, ‘जिस प्रकार से सिक्किम ने ऑर्गेनिक (जैविक) राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाई है, वैसे ही आने वाले दिनों में लद्दाख, अपनी पहचान एक कार्बन न्यूट्रल क्षेत्र के तौर पर बनाए.
देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस (74th Independence Day) के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा, ‘जिस प्रकार से सिक्किम ने ऑर्गेनिक (जैविक) राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाई है, वैसे ही आने वाले दिनों में लद्दाख, अपनी पहचान एक कार्बन न्यूट्रल क्षेत्र के तौर पर बनाए. इस दिशा में भी तेजी से काम हो रहा है .’ उन्होंने यह भी कहा कि हिमालय की ऊंचाइयों में बसा लद्दाख आज विकास की नई ऊंचाइयों को छूने के लिए आगे बढ़ रहा है.
‘2018 में इस राज्य ने जीता था ‘फ्यूचर पॉलिसी एवार्ड’
गौरतलब है कि साल 2003 में सिक्किम जैविक कृषि अपनाने की घोषणा करने वाला पहला राज्य बना जिससे कार्बन के असर को कम करने में मदद मिली. पर्यावरण मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि सिक्किम ने रासायनिक खाद मंगाना बंद कर दिया और उसके बाद से खेती वाली जमीन वास्तव में जैविक है जहां किसान जैविक खाद का उपयोग करते हैं. साल 2018 में पूर्वोत्तर के इस राज्य ने खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) का ‘फ्यूचर पॉलिसी एवार्ड’ जीता था.7500 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र
वहीं, लद्दाख में वायु और सौर ऊर्जा से जुड़ी कई परियोजनाओं आगे बढ़ायी जा रही हैं . इनमें 7500 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र आने वाला है जिससे केंद्र शासित प्रदेश में कार्बन के प्रभाव में काफी कमी आने की उम्मीद है और यह ‘कार्बन न्यूट्रल’ बनने में योगदान करेगा. पर्यावरण मंत्रालय में संयुक्त सचिव जिग्मेट ताकपा ने कहा, ‘‘ लद्दाख में सौर ऊर्जा की काफी संभावनाएं हैं . अब से पांच वर्ष के भीतर वहां 7500 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित हो जायेगा जिससे कार्बन के प्रभाव में काफी कमी आयेगी.’’ मंत्रालय के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारत के कुल कार्बन उत्सर्जन में लद्दाख का केवल 0.1 प्रतिशत योगदान है .
उन्होंने कहा, “लद्दाख को ‘कार्बन न्यूट्रल’ बनाना विकास की सोच है. यह केंद्र शासित प्रदेश में विकास गतिविधियों तथा कार्बन उत्सर्जन को कम करने को लक्षित है.’’ अधिकारी ने कहा, ‘‘सरकार सौर और पवन ऊर्जा के लिये निवेश की योजना बना रही है और इसकी घोषणा जल्द की जायेगी.’’