गुंजन सक्सेना पर बनी फिल्म के खिलाफ IAF ने आपत्ति जताई है.
अपने पत्र में आईएएफ (Indian Air Force) ने लिखा है कि, ‘फिल्म को लेकर धर्मा प्रोडक्शन्स ने आश्वासन दिया था कि फिल्म को प्रमाणिकता के साथ दिखाया जाएगा. लेकिन, जब फिल्म का ट्रेलर सामने आया तो उसे देखकर कुछ और ही महसूस हुआ.’
अपने पत्र में आईएएफ ने लिखा है कि, ‘फिल्म को लेकर धर्मा प्रोडक्शन्स ने आश्वासन दिया था कि फिल्म को प्रमाणिकता के साथ दिखाया जाएगा. लेकिन, जब फिल्म का ट्रेलर सामने आया तो उसे देखकर कुछ और ही महसूस हुआ. जबकि, संगठन किसी भी तरह से जेंडर बायस्ड नहीं है. फिल्म में संगठन की छवि को गलत तरीके से पेश किया गया है.’ अपने पत्र में भारतीय वायुसेना ने ‘गुंजन सक्सेनाः द कारगिल गर्ल (Gunjan Saxena: The Kargil Girl)’ की स्क्रीनिंग रोकने की भी अपील की है.
इस विवाद को लेकर अब वायुसेना अधिकारी गुंजन सक्सेना ने भी रिएक्शन दिया है. एक न्यूज पोर्टल से बात करते हुए गुंजन सक्सेना ने कहा कि ‘भारतीय वायुसेना में उन्हें हमेशा समान अधिकार दिए गए. IAF ही इस फिल्म की जान है. मुझे वायुसेना में समान अवसर दिए गए. अभी भी सभी महिलाओं को संगठन में पुरुषों के समान ही अधिकार दिए जाते हैं. बीते 20 सालों में भारतीय वायुसेना में महिलाओं की भागीदारी भी काफी बढ़ी है. यह बात इसे दर्शाता है कि, भारतीय वायुसेना ने खुले दिल से बदलाव को स्वीकारा है.’
गुंजन सक्सेना के मुताबिक, फिल्म में उनकी जर्नी को क्रिएटिव तरीके से दिखाया गया है. उनकी मानें, तो फिल्म में भी यही दिखाया गया है कि सभी को समान अवसर दिए गए. लेकिन, जान्हवी कपूर की फिल्म देखें तो गुंजन सक्सेना की शुरुआती जर्नी को काफी संघर्ष भरा दिखाया गया है. फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे शुरुआती दिनों में गुंजन सक्सेना को भारतीय वायुसेना में कठिन संघर्ष का सामना करना पड़ा. ऐसे में फिल्म को लेकर विवाद का तेज होना जारी है.