गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से भारतीय सैनिक पूरी रात लड़ते रहे थे. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (Indo-Tibet Border Police-ITBP) ने कहा है कि गलवान हिंसक झड़प के दौरान उसके सैनिक 17 से 20 घंटे तक चीनियों से लोहा लेते रहे थे. चीनी सैनिकों को ITBP के जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया था. बेहद ऊंचाई वाली जगहों का अनुभव होने की वजह से पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को चीनी सैनिकों को तगड़ा जवाब देने में आसानी हुई.
- News18Hindi
- Last Updated:
August 14, 2020, 10:30 PM IST
आईटीबीपी की तरफ से कहा गया है-हमारे जवानों ने चीनी सैनिकों को हर फ्रंट पर जवाब दिया. कुल 294 आईटीबीपी जवानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है. साथ ही 21 जवानों का नाम वीरता पुरस्कार के लिए सरकार के पास भेजा गया है.
गलवान की घटना के बाद पहली बार जारी किए गए आधिकारिक बयान में ITBP ने बताया है कि जवानों ने न सिर्फ खुद को बचाने की भरपूर कोशिश की बल्कि चीनी सैनिको को मुंहतोड़ जवाब देकर पीछे धकेला. इस घटना में शामिल बल के 21 जवानों के नाम वीरता पुरस्कार के लिए भेजे गए हैंं.
गौरतलब है कि गलवान घाटी की के बाद भारत ने चीन के खिलाफ बेहद आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है. बीते दो महीने के बाद तकरीन हर फ्रंट पर भारत की तरफ से चीन को स्पष्ट संदेश दिया गया है. भारत की तरफ से राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर 59 चीनी ऐप्स को बैन करने का कदम भी उठाया गया है.