ये हादसा पर्यटकों के लिए मशहूर शहर मुन्नार के राजामलई इलाके में हुआ है.
Idukki Landslide: इडुक्की जिला कलेक्टर (Idukki District Collector) ने कहा कि राजमला भूस्खलन की घटना में 16 और लोगों के शव पाए जाने के बाद मौत का आंकड़ा बढ़कर 42 हो गया है. शुक्रवार से लगातार राहत कार्य जारी है. घटना स्थल से शव बरामद हो रहे हैं. इसके साथ ही कई लोगों को बचाया भी गया है. हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जब भूस्खलन हुआ तो उन्होंने बहुत जोर की आवाज सुनी.
शुक्रवार से लगातार राहत कार्य जारी है. घटना स्थल से शव बरामद हो रहे हैं. इसके साथ ही कई लोगों को बचाया भी गया है. हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जब भूस्खलन हुआ तो उन्होंने बहुत जोर की आवाज सुनी. एक व्यक्ति ने कहा कि लोग बचने के लिए भाग रहे थे और पानी चला आ रहा था. मुख्यमंत्री कार्यालय ने बचाव कार्यों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं प्रदान करने के लिए भारतीय वायु सेना से संपर्क किया है. यह सेवा जल्द ही उपलब्ध होने की उम्मीद है. राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि एक मोबाइल मेडिकल टीम और 15 एंबुलेंस को इडुक्की भेजा गया है. जरूरत पड़ने पर और मेडिकल टीमें भेजी जाएंगी.
#UPDATE Death toll rises to 42 in Rajamala landslide incident after 16 bodies were found today: Idukki District Collector to ANI. #Kerala https://t.co/d8ktHeYyJ4
— ANI (@ANI) August 9, 2020
अस्पतालों को अलर्ट रहने के लिए निर्देशित किया गया है. केरल के राजस्व मंत्री ई चंद्रशेखरन ने कहा है कि चार श्रमिक शिविरों में लगभग 82 लोग रह रहे थे. कई इलाकों में रेड अलर्ट
इस बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने इडुक्की, मलाप्पुरम और वायनाड जिलों के लिए रविवार को रेड अलर्ट घोषित किया है. केरल में मूसलाधार बारिश, भूस्खलनों और बांध के फाटक खोले जाने से नदियों में जलस्तर बढ़ गया है, जिससे कोट्टायम और अलप्पुझा के निचले इलाकों में रह रहे लोगों के घरों में पानी घुस जाने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
प्रधानमंत्री ने जाहिर किया दुख
केरल की इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया. उन्होंने मुआवजे की घोषणा की है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ”इडुक्की में भूस्खलन के कारण जानमाल के नुकसान से आहत हूं. दु:ख की इस घड़ी में, मेरे विचार शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. घायल जल्दी ठीक हों इसकी कामना करते हैं. एनडीआरएफ और प्रशासनिक अधिकारी काम कर रहे हैं, प्रभावितों को सहायता पहुंचाया जा रहा है.”