न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जयपुर
Updated Sat, 08 Aug 2020 04:07 PM IST
विधायकों के साथ अशोक गहलोत (फाइल फोटो)
– फोटो : PTI
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राजस्थान के पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह ने जैसलमेर के एक होटल में ठहरे कांग्रेस के कुछ विधायकों के फोन टैप किए जाने की अफवाह फैलाने के संबंध में कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने साइबर थाने में दर्ज मामले की नियमानुसार जांच करके कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। महानिदेशक ने जयपुर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव को इस संबंध में जांच तुरंत पूरी करने को कहा है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में जारी राजनीतिक घटनाक्रम के बीच गहलोत खेमे के विधायक जैसलमेर के एक होटल में रुके हैं। इनमें से कुछ विधायकों के फोन टैप किए जाने की बात शुक्रवार को सोशल मीडिया में वायरल हुई थी। पुलिस ने इसे अफवाह बताया था। पुलिस महानिदेशक ने भी यह स्पष्ट किया है कि राजस्थान पुलिस की किसी भी इकाई द्वारा किसी भी विधायक या सांसद का फोन ना तो पहले टैप किया गया था ना ही अब ऐसा कुछ किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘इंटरकॉम पर हुई बातचीत को रिकॉर्ड करने का आरोप भी झूठ और काल्पनिक है। राजस्थान पुलिस हमेशा आपराधिक कृत्य को रोकने का कार्य करती है और अवैधानिक टैपिंग एक आपराधिक कृत्य है।’ पुलिस मुख्यालय के बयान के अनुसार सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने की दृष्टि से एक तथाकथित सूचना प्रसारित की जा रही है कि जैसलमेर के होटल में ठहरे आधा दर्जन कांग्रेस विधायकों के फोन अवैधानिक तरीके से टैप किए जा रहे हैं।
राजस्थान के पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह ने जैसलमेर के एक होटल में ठहरे कांग्रेस के कुछ विधायकों के फोन टैप किए जाने की अफवाह फैलाने के संबंध में कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने साइबर थाने में दर्ज मामले की नियमानुसार जांच करके कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। महानिदेशक ने जयपुर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव को इस संबंध में जांच तुरंत पूरी करने को कहा है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में जारी राजनीतिक घटनाक्रम के बीच गहलोत खेमे के विधायक जैसलमेर के एक होटल में रुके हैं। इनमें से कुछ विधायकों के फोन टैप किए जाने की बात शुक्रवार को सोशल मीडिया में वायरल हुई थी। पुलिस ने इसे अफवाह बताया था। पुलिस महानिदेशक ने भी यह स्पष्ट किया है कि राजस्थान पुलिस की किसी भी इकाई द्वारा किसी भी विधायक या सांसद का फोन ना तो पहले टैप किया गया था ना ही अब ऐसा कुछ किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘इंटरकॉम पर हुई बातचीत को रिकॉर्ड करने का आरोप भी झूठ और काल्पनिक है। राजस्थान पुलिस हमेशा आपराधिक कृत्य को रोकने का कार्य करती है और अवैधानिक टैपिंग एक आपराधिक कृत्य है।’ पुलिस मुख्यालय के बयान के अनुसार सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने की दृष्टि से एक तथाकथित सूचना प्रसारित की जा रही है कि जैसलमेर के होटल में ठहरे आधा दर्जन कांग्रेस विधायकों के फोन अवैधानिक तरीके से टैप किए जा रहे हैं।
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