राजस्थान सरकार की नई पर्यटन नीति से टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा (फाइल तस्वीर)
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में करीब 20 साल बाद लाई जा रही इस पर्यटन नीति से कोरोना वायरस संक्रमण महामारी (Coronavirus Pandemic) के कारण संकट का सामना कर रहे पर्यटन उद्योग को फिर से पटरी पर लाने में भी मदद मिलेगी.
पर्यटन को गति देने के लिए मांगे सुझाव
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि राजस्थान पर्यटन का महत्वपूर्ण केन्द्र है जिससे लाखों लोगों की आजीविका जुड़ी हुई है. इस उद्योग को फिर से पटरी पर लाने के लिए जल्दी ही नई नीति (New Tourism Policy) लाई जा रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने आज राज्य के पर्यटन विभाग (Tourism department of Rajasthan) की समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने ऐलान किया कि राज्य में पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार जल्द ही नई पर्यटन नीति लाएगी. उन्होंने कहा कि राजस्थान में करीब 20 साल बाद लाई जा रही इस पर्यटन नीति से कोरोना वायरस संक्रमण महामारी के कारण संकट का सामना कर रहे पर्यटन उद्योग को फिर से पटरी पर लाने में भी मदद मिलेगी. समीक्षा बैठक के दौरान अशोक गहलोत ने पर्यटन विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों से भी संवाद किया और पर्यटन को गति देने के लिए उनके सुझाव भी मांगे.
मेलों की नए सिरे से ब्रांडिंग
पर्यटकों को खासा आकर्षित करने वाले राजस्थान के महत्वपूर्ण मेलों व उत्सवों के बारे में बोलते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि मेले एवं उत्सव हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं. इनसे ज्यादा से ज्यादा देशी एवं विदेशी पर्यटक जुड़ सकें इसके लिए इन्हें नया रूप दिया जाए तथा पुष्कर मेला (Pushkar Fair), डेजर्ट फेस्टिवल (Desert Festival of Rajasthan), कुंभलगढ़ (Kumbhalgarh Utsav) तथा बूंदी उत्सव (Bundi Utsav) सहित विभिन्न मेलों की नए सिरे से ब्रांडिंग की जाए.