सांकेतिक तस्वीर
SFTS VIRUS: अब तक इस खतरनाक वायरस से 7 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि ये अब 60 लोगों में फैल चुका है.
आईए एक नजर डालते हैं कि आखिर क्या है ये नया वायरस और क्या हैं इसके लक्षण..
पहली बार इस वायरस ने चीन में साल 2010 में दस्तक दी थी. इसके बाद जापान और कोरिया में कुछ मामले सामने आए.
इसे SFTS (Severe fever with thrombocytopenia syndrome) वायरस का नाम दिया गया है. इसे Tick Borne डिजीज भी कहा जाता है. विज्ञानिकों का मानना है कि ये संक्रमण पशुओं के शरीर पर चिपकने वाले किलनी (टिक) जैसे कीड़े से मनुष्य में फैल सकता है
इस वायरस से जानवरों में मौत की दर कम है. लेकिन इंसानों में मौत दी दर 30 फीसदी तक देखी गई है. फिलहाल चीन से मिल रही जानकारी के मुताबिक मौत की दर 10-16% के बीच है.
SFTS के लक्षण- काफी तेज़ बुखार, खाना नहीं पचना, उल्टी दस्त, मांसपेशियों में दर्द, शरीर में ल्यूकोसाइट और प्लेटलेट की कमी, शुरू में खांसी और बुखार और न्यूरोलॉजिकल बीमारी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दो विशेषज्ञों के चीन दौरे के बाद बीजिंग और संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी कोरोना वायरस के स्रोत का पता लगाने की योजना पर बातचीत कर रहे
चीनी मीडिया ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए मनुष्यों के बीच संक्रमण फैलने की आशंका को लेकर चेतावनी जारी की गई है. पूर्वी चीन के जियांग्सू प्रांत में साल की पहली छमाही में एसएफटीएस वायरस (SFTS Virus) से 37 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं.