इस सरकारी बैंक ने SBI से भी सस्ता किया Home Loan, जानिए कहां है सबसे कम ब्याज?
30 लाख रुपये तक के होम लोन पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) का ब्याज दर SBI से भी कम है. इस सप्ताह आरबीआई के मौद्रिक नीति बैठक होनी है. उम्मीद की जा रही है कि नीतिगत ब्याज दरों में एक चौथाई फीसदी की कटौती का ऐलान हो सकता है.
यूनियन बैंक ने रखी हैं दो शर्तें
बैंक ने इसके लिए दो शर्तें रखी हैं. पहला तो यह कि ग्राहक का क्रेडिट स्कोर (Credit Score) कम से कम 700 तक होना चाहिए. वहीं, दूसरी शर्त ये है कि होम लोन आवेदनकर्ता एक महिला होनी चाहिए. अगर कोई ग्राहक 30 लाख रुपये से ज्यादा और 75 लाख रुपये से कम रकम लेना चाहता है तो उनके लिए ब्याज दर 6.95 फीसदी होगी. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में 75 लाख रुपये से ज्यादा रकम के होम लान पर शुरुआती ब्याज दर 7 फीसदी है.
क्या है एसबीआई में होम लोन रेट?अगर सैलरी प्राप्त करने वाला कोई पुरुष होम लोन के लिए आवदेन करता है तो उनके लिए ब्याज दर 6.85 फीसदी होगी. यह दर नॉन-सैलरीड (Home Loan for Non-Salaried) लोगों के लिए पहले से तय दर के बराबर ही है. अगर कोई व्यक्ति भारतीय स्टेट बैंक से 30 लाख रुपये का लोन लेता है तो इसके लिए उन्हें 6.95 फीसदी की दर से ब्याज देना होगा. एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस से भी 30 लाख रुपये के लोन लेने पर 6.85 फीसदी की दर से ब्याज देना होगा. एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस ने पिछले महीने ही होम लोन की ब्याज दरें रिवाइज की है.
यह भी पढ़ें: पीएम श्रमयोगी मानधन योजना: 44 लाख श्रमिकों को हर महीने मिलेगी 3000 रुपये पेंशन
इसके अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा में भी 30 लाख रुपये के लोन पर 6.85 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. प्राइवेट सेक्टर का एचडीएफसी बैंक भी 6.95 फीसदी की दर से 30 लाख रुपये का होम लोन दे रहा है. एचडीएफसी बैंक में इस लोन के लिए शर्त है कि आवेदनकर्ता महिला होनी चाहिए. इस बैंक में 30 से 75 लाख रुपये के होम लोन पर ब्याज दर 7.2 फीसदी है.
ब्याज दर कम होने का कयास
इस सप्ताह भारतीय रिज़र्व बैंक के मौद्रिक नीति समीति की बैठक होनी है. कयास लगाया जा रहा है कि बैठक के बाद आरबीआई गवर्नन शक्तिकांत नीतिगत ब्याज दरों में एक चौथाई फीसदी की कटौती का ऐलान कर सकते हैं. अगर आरबीआई ऐसा कोई ऐलान करता है तो आने वाले दिनों में ब्याज दरों में आगे भी कटौती की उम्मीद बढ़ जाती है.
यह भी पढ़ें: झटका! जुलाई में लगातार चौथे महीने विनिर्माण गतिविधियां घटी
बता दें कि मार्च के अंतिम सप्ताह के पहली बार लॉकडाउन के ऐलान के तुरंत बाद से ही रियल एस्टेट सेक्टर में सुस्ती देखने को मिल रही है. फ्लैट्स के बिक्री में भरी गिरावट आई है. ऐसे में बैंक दूसरे बैंक के ग्राहकों को अपना होम लोन ट्रांसफर कराने के लुभा रहे हैं.