1. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोरोना संक्रमण के चलते हालात नियंत्रण से बाहर होते हैं तो राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सकती है. स्वास्थ्य से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी हो सकती है.
2. उद्धव ठाकरे ने कहा कि हालात ऐसे रहे तो राज्य में लॉकडाउन की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता, लोग लापरवाह हो गए हैं और एहतियात नहीं बरत रहे हैं. उन्होंने कहा, “हम आगे कुआं, पीछे खाई वाली स्थिति में फंस गए हैं. क्या हमें अर्थव्यवस्था की ओर देखना चाहिए या स्वास्थ्य पर नजर रखनी चाहिए. रोजगार तो मिल जाएगा, लेकिन जान कैसे मिलेगी.”
3. उद्धव ने कहा, “आने वाले दिनों में कोरोना गाइडलाइंस के पालन में सख्ती के निर्देश देने वाला हूं. लेकिन, मैं आपसे कहना चाहता हूं कि मैं बहुत सारे लोगों से इस बारे में बात करने वाला हूं. मैं संक्रमण की चेन को तोड़ने का समाधान चाहता हूं. मैं लॉकडाउन नहीं लगाना चाहता, लेकिन समस्या का दूसरा उपाय क्या है?”4. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में प्रतिदिन 2.5 लाख आरटी-पीसीआर टेस्ट किए जाएंगे. ये राज्य सरकार का लक्ष्य है.
5. टीकाकरण के मामले में उन्होंने कहा कि गुरुवार को राज्य में 3 लाख लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई. अब तक 65 लाख से ज्यादा वैक्सीन की खुराक लोगों को दी गई है. हालांकि टीकाकरण के बावजूद लोग कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आ जा रहे हैं, क्योंकि वे मास्क नहीं पहन रहे हैं.
6. बता दें कि देश में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 81,466 नए मामले सामने आए. ये आंकड़ा पिछले 6 महीने का एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा है. देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस की लहर चल रही है.
7. ANI के मुताबिक महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 47,827 नए मामले सामने आए, जोकि वायरस संक्रमण के मार्च 2020 में फैलने के बाद से अब तक के सबसे ज्यादा केस हैं, जबकि शुक्रवार को संक्रमण के चलते 202 लोगों की मौत हो गई. राज्य के कई जिलों में संक्रमण रोकने के लिए राज्य सरकार ने पाबंदियां लगा रखी हैं.
8. मुंबई में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 8,832 नए केस आए, जोकि महामारी की शुरुआत के बाद से एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा है. शुक्रवार को आर्थिक राजधानी मुंबई में 20 लोगों की मौत हो गई, 2021 में संक्रमण के चलते एक दिन में मरने वालों की ये सबसे बड़ी संख्या है.
9. उद्धव ठाकरे ने कहा, “मैं यहां किसी को डराने के लिए नहीं बल्कि इस संकट के बीच कोई उपाय के बारे में चर्चा करने के लिए आया हूं, लेकिन फिर सब ने शादी समारोह, राजनीतिक कार्यक्रम, मोर्चा, आंदोलन सब पहले जैसे शुरू हुए. मैं शुरू से कह रहा था, कई एक्सपर्टस से बात कर मैं लगातार जनता से कह रहा था कि थोड़ा संयम रखिए जल्दबाजी मत कीजिए.”
10. उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र एकलौता राज्य है, जहां तेजी से हॉस्पिटल बनाया गया. मुंबई में जनवरी के अंत और फरवरी की शुरुआत में 300-400 मरीज रोज़ आते थे. आज 8000 से अधिक आ रहे हैं. फिलहाल, महाराष्ट्र के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में मुंबई, नासिक, पुणे, ठाणे और नागपुर शामिल है.