इस दौरान ममता ने कहा- ‘मैंने मंदिर का दौरा किया जहां पुजारी ने मेरा गोत्र पूछा, मैंने कहा माँ, माटी, मानुष. यह मुझे मेरी त्रिपुरा के त्रिपुरेश्वरी मंदिर की याद दिलाता है, जहां पुजारी ने मुझसे मेरा गोत्र पूछा और मैंने मां, माटी, मानुष कहा था, वास्तव में मैं शांडिल्य हूं.’
बनर्जी के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने कहा- ‘ममता बनर्जी आप बता दीजिए कि कहीं रोहिंग्या और घुसपैठियों का गोत्र भी शांडिल्य तो नहीं है.’ सिंह ने कहा- ‘मुझे तो कभी गोत्र बताने की ज़रूरत नहीं पड़ी, मैं तो लिखता हूं. लेकिन ममता बनर्जी चुनाव हारने के डर से गोत्र बताती हैं. ममता बनर्जी अब आप मुझे बता दीजिए कि कहीं रोहिंग्या और घुसपैठियों का गोत्र भी शांडिल्य तो नहीं है. उनका हारना तय है.’केंद्रीय मंत्री ने इस मुद्दे पर दो ट्वीट्स भी किए. उन्होंने लिखा- ‘रोहिंग्या को वोट के लिए बसाने वाले, दुर्गा/काली पूजा रोकने वाले, हिंदुओ को अपमानित करने वाले, अब हार के ख़ौफ़ से गोत्र पर उतर गए.
‘शांडिल्य गोत्र’ सनातन और राष्ट्र के लिए समर्पित है, वोट के लिए नहीं. ममता दीदी, अब तो पता करना होगा कि रोहिंग्या और घुसपैठियों का भी गोत्र शांडिल्य है क्या?’
भाजपा के गुंडे नंदीग्राम सीट पर ग्रामीणों को भगा रहे, चुनाव आयोग कार्रवाई करे : ममता
इससे पहले नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार ममता बनर्जी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भाजपा के गुंडे निर्वाचन क्षेत्र के बलरामपुर गांव में लोगों को बाहर भगा रहे हैं. उन्होंने चुनाव आयोग से इस विषय पर गौर करने का आग्रह किया. उन्होंने दावा किया कि स्थानीय लोगों को भयभीत करने के लिए भाजपा दूसरे राज्यों से गुंडे लेकर आयी है.
उन्होंने कहा, ‘सिर्फ देखिए कि यहां क्या हो रहा है. भाजपा के गुंडों द्वारा ग्रामीणों को बलरामपुर गांव से बाहर किया जा रहा है. चुनाव आयोग को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए. चुनाव आयोग को उन्हें सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए.’ ममता ने उन लोगों के परिवार के सदस्यों को सांत्वना दी, जिन्हें कथित तौर पर बाहर निकाल दिया गया था. जब ममता उस गांव की ओर जा रही थीं, भाजपा कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारे लगाए.
दूसरे चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार समाप्त होने के कुछ समय बाद ही नंदीग्राम के विभिन्न हिस्सों से झड़पों की सूचना है. नंदीाग्राम में एक अप्रैल को चुनाव है. भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने एक स्थानीय नेता की पत्नी के साथ कथित बलात्कार के विरोध में कई क्षेत्रों में सड़कों को जाम कर दिया. उन्होंने दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की.